कहानी...

अनगिनत 
कहानी है,
सुनाने को,
कुछ पढ़ी हुयी,
कुछ सुनी हुयी,
कुछ अनुभव के
धागे से बुनी हुयी,
कुछ सिसकी से भरी
कुछ किलकरी से सजी
किसी मे हौले - हौले
किसी मे उफ़ान पर
बहती नदी
किसी मे यौवन का उन्माद
किसी मे बुढ़ापे  का विषाद
किसी मे मुठ्ठी-बन्द रेत सी
फ़िसलती हुयी जिन्दगी
कई सारी ऋतु
कई अतुलनीय भाव
रिमझिम-रिमझिम बरसात
गरम-गरम पकौड़ें
चाय की चुस्की 
एक कहानी और आप  ..

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